भिक्षाटनकाव्यम् - एकत्रिंशी पद्धतिः
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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शिवगीता - पंचमोऽध्यायः
गीता म्हणजे प्राचीन ऋषी मुनींनी रचलेली विश्व कल्याणकारी मार्गदर्शक तत्त्वे
Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.
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किरातार्जुनीयम् - प्रसंग १०
'किरातार्जुनीयम्' प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत ग्रंथांपैकी एक होय. या काव्याचे रचनाकार महाकवि भारवी होत. किरातरूपधारी शिव आणि पांडु पुत्र अर्जुन यांच्यातील धनुर्युद्ध आणि वार्तालाप यावर आधारित हे काव्य आहे.
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शिवाख्यः चतुर्थाम्शः - विंशोऽध्यायः
श्रीशिवरहस्यम्
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उत्पत्तिप्रकरणं - सर्गः ११४
योगवासिष्ठः
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लघुसिद्धान्तकौमुदी - भाग ७
‘लघुसिद्धान्तकौमुदी’ पाणिनीय संस्कृत व्याकरणाची एक (अष्टाध्यायी) परम्परागत प्रवेशिका आहे. A Complete introduction to Panini Sutras for the use of beginners.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५७३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ३५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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